ग्रामीण इलाके की बेटियों और महिलाओं को आत्मरक्षा की ट्रेनिंग देने के लिए कार्यशालाओं के आयोजन हो रहे हैं। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वयं सहायता समूह की 16 लाख महिलाओं के बैंक खातों में एक हजार करोड़ रुपये का ऑन लाइन ट्रांसफर किया। संबधित ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से आत्म निर्भर बनाने में यह आयोजन मील का पत्थर साबित होगा।
इस दौरान 43 जिलों के 202 ब्लाकों में टेक होम राशन वितरण का भी प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया। साथ ही बेटियों के हित में योगी सरकार द्वारा शुरू की गई बेहद महत्वाकांक्षी योजना "मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला" के तहत 1.01 लाख बेटियों (नए लाभार्थियों) के खातों में 20 करोड़ रुपए का ऑनलाइन ट्रांसफर भी प्रधानमंत्री ने किया।
अपने मन की बात में प्रधानमंत्री अक्सर वह किसी महिला या महिला स्वयं सहायता समूह की ओर से किये जा रहे उल्लेखनीय कार्यो का जिक्र कर उनकी हौसलाअफजाई करते हैं।
मुख्यमंत्री बनने के साथ ही योगी आदित्यनाथ सरकार भी बहू-बेटियों में सुरक्षा का भाव लाने और स्वावलंबी बनाने के लिए लगातार कदम उठा रही है। "एंटी रोमियो स्क्वाड" के गठन के बाद से ये सिलसिला लगातार जारी है। मिशन शक्ति, निराश्रित महिला पेंशन की पात्रता के लिए उम्र की सीमा खत्म करने के साथ इसमें वृद्धि, कन्या सुमंगला, मुख्यमंत्री सक्षम सुपोषण योजना, महिला सामर्थ्य योजना, किशोरी बालिका योजना, शबरी संकल्प अभियान, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना जैसी योजनाएं इसका प्रमाण हैं।
"मिशन शक्ति" सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। पिछले साल शारदीय नवरात्रि के दिन मुख्यमंत्री ने इसकी शुरुआत की थी। अब इसका तीसरा चरण चल रहा है।
दरअसल योगी आदित्यनाथ गोरखपुर की जिस गोरक्ष पीठ के पीठाधीश्वर हैं उसमें नारियों का बेहद सम्मान रहा है। पीठ की ओर से संचालित शिक्षण संस्थाओं में से कई में बालिकाओं के लिए सह शिक्षा (कोएजूकेशन) की व्यवस्था है। आठ ऐसे शिक्षण संस्थान हैं जो विशेष तौर पर बालिकाओं की शिक्षा और उनके स्वावलंबन के लिए ही समर्पित हैं।