पंजाब: गंभीर संकट से जूझ रही पंजाब सरकार की समस्याएं बढ़ रही हैं।हालत इतनी पतली हो गई है कि मेडिकल स्टाफ की हड़ताल के बाद पंजाब स्टेट मिनिस्टीरियल सर्विसेज यूनियन ने भी हड़ताल पर जाने का ऐलान कर दिया। यूनियन ने 28 दिसंबर तक पंजाब के सभी सरकारी दफ्तरों में हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। बुधवार से ही कर्मचारी हड़ताल पर हैं। जिसकी वजह से सरकारी दफ्तरों के कर्मचारी काम नहीं कर रहे हैं। यूनियन के जिला प्रधान संजीव भार्गव ने बताया कि पंजाब सरकार कर्मचारियों की मांगों को हल्के में ले रही है और मांगों के हल की दिशा में कोई ठोस प्रयास नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा सरकार के अब कुछ दिन शेष रह गए हैं और इन दिनों में सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो मांगे लंबे समय तक के लिए ठंडे बस्ते में चली जाएंगी। उन्होंने कहा की सरकार ने मुलाजिमों के साथ कई वादे किए लेकिन वादों को पूरा करने के लिए आज तक एक भी आदेश जारी नहीं किया। उन्होंने बताया सरकार की वादा खिलाफी के खिलाफ यूनियन ने 28 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में कलम छोड़ हड़ताल का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कर्मचारी अपनी सीटों पर मौजूद रहेंगे लेकिन कोई भी काम नहीं करेंगे। भार्गव ने बताया कि हड़ताल में डीसी आफिस, खजाना दफ्तर, शिक्षा विभाग, सेहत विभाग, पीडब्ल्यूडी समेत सभी अफसरों के क्लर्क शामिल हैं।