लॉकडाउन के बीच ग्रेटर नोएडा के गलगोटिया कॉलेज ने शिक्षकों व कर्मचारियों को मार्च और अप्रैल माह का वेतन नहीं दिया है।
लॉकडाउन में प्रधानमंत्री ने सभी कार्मिकों के वेतन का भुगतान बिना किसी कटौती के दिए जाने के निर्देश दिए थे। इसपर 30 मार्च 2020 को स्ववित्तपोषित शिक्षकों को वेतन देने का शासनादेश भी जारी हुआ।
ऐ .के. टी. यू प्रशासन समय - समय पर खानापूर्ती के लिए नित नए सर्कुलर निकालता रहता है लेकिन इसके बाद भी इंजीनियरिंग कालेजो के कान पर जूं भी नही रेंगती .
जबकि कॉलेज विद्यार्थियों से एक साल एडवांस फीस ले चुके है तब भी इस समय गलगोटिया कॉलेज ने मार्च से अपने शिक्षको को सैलरी नहीं दी है.
कॉलेज का तर्क यह है कि उन्हें अग्रिम शिक्षा शुल्क नहीं मिल रहा है इसलिए वो सैलरी देने में असमर्थ है लेकिन सवाल ये उठता है कि एडवांस फीस लेने के बाद भी
शिक्षको को सैलरी देने के लिए कालेजो के पास पैसे नहीं है ?
गलगोटिया कॉलेज का वेतन देने का शासनादेश के नियम के खिलाफ जाकर काम करने की तो ये सिर्फ बानगी भर है ,समय समय पर गलगोटिया कॉलेज की कारगुजारिया सामने आती रहती है .
हाल ही मे गलगोटिया यूनिवर्सिटी का बच्चो के अभिवावकों को फीस के लिए दबाव डालना का दांव उल्टा पड़ गया तब जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह के हस्ताक्षेप से उत्तर प्रदेश शासन ने नया सर्कुलर निकाला .
हाल फिलहाल में आर्थिक संकट का सामना कर रहे सभी शिक्षक ऐ .के. टी. यू प्रशासन की तरफ उम्मीद भरी निगाहों से देख रहे है