बरेली में आला हजरत की चौखट को चूमने का जायरीन में दिखा जोश, उर्स की रौनक से चमक उठी पूरी बरेली
बरेली में आज आला हजरत इमाम अहमद रजा खां फाजिले बरेलवी के उर्स में पहुंचे जायरीन दरगाह की चौखट को चूमकर दीवाने होते हुए दिखाई दिए। मंगलवार की सुबह से ही हजारों की तादाद में जायरीन पहुंचे और शहर की सड़कें व गलियां आला हजरत के जायरीनो से भरी हुई दिखाई दी।उर्स स्थल इस्लामिया मैदान में उलमा ने कौम के बुजुर्गों व उनके कारनामों की चर्चा खुब की। सुबह अंतरराष्ट्रीय सौहार्द कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। इसमें उलमा ने लोगों को नशाखोरी से दूर रहने व शरई दायरे में रहते हुए सौहार्द को बढ़ावा देने का संदेश दिया भी दिया। उर्स में डेढ़ लाख से अधिक जायरीन पहुंचने का दावा किया गया। मंगलवार की सुबह से ही सड़कों पर जायरीनों का जनसैलाब दिखाई दे रहा है। उर्स स्थल इस्लामिया मैदान से आला हजरत दरगाह तक मेले जैसा माहौल है। जायरीन की आवाजाही से आलाहजरत की सभी गलियां भरी हुई दिखाई दे रही हैं। आज कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन हो जाएगा।
सड़कों के दोनों ओर सजीं अस्थायी दुकानें बहुत अच्छी लग रहीं है। हर गली और मोहल्ले में जायरीन के लिए लंगर चल रहे थे। और कोई इत्र लगाकर जायरीन का स्वागत कर रहा है। उर्स स्थल पर बने कुतुबखाने पर दिन में खासी भीड़ रही है। यहां लोग आला हजरत की लिखी किताबें खरीदने में व्यस्त दिखाई दिए। साथ में घरों की दीवारों को सजाने के लिए इस्लामी तुगरे और ईद मिलादुन्नबी के मौके पर लगाए जाने वाले झंडे की भी खरीदारी खुब हुई। इत्र और टोपियों की भी खूब बिक्री खुब हुई। अजहरी और बरकाती टोपियों की खूब मांग रही।
उर्स-ए-रजवी के मौके पर पूरे बरेली मे जायरीनो के कारण खूब रौनक रही और भीड़ भी खूब रही सभी ने मिलकर आपसी भाईचारे का संदेश दिया है